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हॉरर फिल्म

3 December 2024

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....Khani....

एक छोटा सा गांव जहां कुदरत का खाजाना हे । जहां रहने के लिए सब तरस जाते हे । लेकिन ये क्या लड़कों के लिए चेतावनी बचकर रहना वरना पेड़ से बांध दिए जाओगे  .......

जानिए मिनी की कहानी ।।

शुरुआत होती हे स्कूल ट्रीप से....स्कूल ट्रीप में टीचर्स जिसका नाम था नीति ओर sir का नाम था कवि । जो बच्चों को स्कूल ट्रीप में ले जाने वाले थे ।।

दोनों टीचर्स ने काफी सोचने के बाद एक जगह पसंद की और वहां जाने की परमिशन ले ली ।।

स्कूल में से स्टूडेंट को एक ऐसी जगह ले जाते है जहां कुदरत का खाजाना हो जहां बीच हो, जहां घने घने पेड़ हो मानो जैसे कुदरत की गोद में आ गए हो । वहां पर एक छोटा सा सुंदर सा एक गांव भी हे और एक बहुत बड़ा मंदिर हे । उसी मंदिर में विराजमान माताजी और कुदरत का नजारा देखने के लिए यहां कुछ होनहार बच्चों को लाया जाता हे ।

वहां सिर्फ 2 टीचर ओर 26 स्टूडेंट जाते हे । बस में सफर करना था इस लिए रात को वो निकल गए । और बस में म्यूजिक , डांस के साथ खूब मस्ती ओर इंजॉय करके सो गए ।

सुबह 5 बजे वो लोग एक खूबसूरत जगह पर पहुंच गए सुबह का नजारा देख मानो उसके होस उड़ गए । पक्षियों की कलरव , घने घने पेड़ , बड़े बड़े झरने, और थोड़ी दूर एक मंदिर ओर बीच ।।

सुबह का समय था और मंदिर में आरती का समय भी हो गया था इस लिए सब फ्रेश होकर आरती करने के लिए आए और फिर सबने साथ में नाश्ता किया ।।

फिर वो पूरा जंगल , बीच ओर बाकी सबकुछ देखने गए। पानी में नाव चलाई , पेड़ पर चढ़े, कही सारे खेल खेले और स्पर्धाएं भी रखी ऐसे में पूरा दिन बीत गया ।

अब रात को खाना खुद ही बनाना था इसलिए सब साथ में खाना बनाया और 8 बजे तक खाना खाकर थोड़ी देर बाहर बैठे फिर लड़के और लड़कियां अलग अलग अपने अपने रुम में चले गए ।

रुम का बहार का नजारा बहुत ही खूबसूरत था जैसे चांद बादलो में से छुपकर देख रहा था, झरने की आवाज आ रही थी । इसीलिए टीचर ओर 2 3 स्टूडेंट ( बंटी लक्की ओर रानी )बाते करते करते बहार ही सो गए ।।

( बंटी और लक्की बहुत मस्तीखोर थे )

रात के 12 बज रहे थे एकदम से चांद बादलों में छुप गया , लाइट भी चली गई और चारों तरफ अधेरा छा गया । नीति ( टीचर )की एकदम से आंख खुल गई उसको अजीबो गरीब आवाज सुनाई देने लगी वो डर गई इस लिए उसने रवि sir  को  उठाया । रवि ओर नीति ने वो आवाज सुनी और वो आवाज सुनने के लिए गए कि कौन इतनी भयानक आवाज निकाल रहा हे । थोड़ी देर बाद उसको 2 लड़कियां दिखी जो सफेद वस्त्र में खड़ी थी उसको देख कर नीती मेम गुस्सा हो गई की इतनी रात को तुम स्टूडेंट यहां क्या कर रही हो और ऐसी भयानक आवाज क्यों निकाल रही हो । स्टूडेंट कुछ नहीं बोली और अपने रुम में चली गई फिर टीचर भी अपने अपने रुम मे जाकर सो गई ।

सुबह हुई ओर सबसे पहले सभी स्टूडेंट को इकट्ठा कर नीती मेम ने बहुत डाटा पर मेम को ये पता नहीं था कि वो दो लड़की कौन थी ।

दुपहर को वापस लौटना था इसीलिए जाने के लिए सभी स्टूडेंट तैयार हो गए तभी बस में पंचर हो गया और जोर जोर से हवाएं चलने लगी जैसे तूफान आने वाला हो इसलिए आज रात को भी सभी बच्चों के साथ यही रुकना पड़ा ।

कल रात की घटना से मेम वाकिफ थी इसीलिए मेम ने स्टूडेंट को कहकर बहार से दरवाजा बंध कर दिया और अपने रुम में चली गई ।

फिर रात के 1 बजे दरवाजे में से आवाज आने लगी खड़ खड़ खड़ । Kurrrrr kurrr ।।

नीति मेंम डर गई और क्या हुआ देखने के लिए जा ही रही थी कि  सामने से रवि sir आते हुवे दिखे और मेम ने sir से बात की sir ने कहा नहीं में तो यही था मुझे तो ऐसी कोई आवाज सुनाई नहीं दी ।। मैडम समझाने की कोशिश कर रही थी लेकिन sir ने उसे कहा कि कल की बात तुम भूली नहीं हो इसलिए तुम डर गई हो । तुम चाहो तो मेरे कमरे में आके सो सकती हो । मेम इतना डर गई थी कि उसने तुरंत हा बोल दिया फिर वो लोग रुम में चले गए लेकिन मेम को अभी भी चेन नहीं पड़ रहा था ।।

उसी वक्त अचानक रोने और चिल्लाने की आवाज आने लगी मुझे कोई बचाओ मुझे कोई बचाओ इस बार मेम ओर sir दोनों को आवाज सुनाई देने लगी वो घबरा गए और उसे लगा कि बच्चों को कुछ हुआ तो नहीं वो देखने चले गए । लेकिन बच्चे तो बहुत गहरी नींद में सो गए थे । फिर बाहर आके देखा तो सफेद धुवां निकल रहा था और जैसे कोई उसके पास आ रहा हो ऐसे लग रहा था । दोनों डर गए और फटाफट बच्चों के रुम में जाकर अंदर से दरवाजा बंध कर दिया ।।

फिर उसको अहसास होने लगा कि कुछ तो हो रहा हे उनके साथ इसीलिए उसने तुरंत सुबह यहां से चले जाने का फैसला लिया ।।

सुबह सभी बच्चों को जल्दी उठाकर जाने की तैयारी कर रहे थी कि उसी वक्त एक आदमी आया और बोला आज तुम यहां से नहीं जा सकते आज अमावस की रात हे । मान्यता हे कि आज जो भी यहां से चले जाने की बात करता हे उसके साथ बहुत बुरा होता हे ।। लेकिन रात को जो हुआ ओर बच्चों के साथ कुछ हो ना जाए इसलिए उसे यहां से निकलना ही ठीक लगा ।।

वो सुबह की आरती करके जाने के लिए बस में बैठने लगे ।। थोड़ी देर बार नोटिस किया कि दो लड़के दिखाई नहीं दे रहे हे।  उसे ढूंढने के लिए टीचर्स और स्टूडेंट ने सब जगह देख लिया पर कही नहीं मिले ।। टीचर्स ने सभी स्टूडेंट की भलाई की सोचते हुए सभी स्टूडेंट को वापस भेज दिया और टीचर्स वही रुक गए ।

काफी ढूंढने के बाद भी वो लड़के नहीं मिले ओर हार के मंदिर में माताजी के पास आकर बैठ गए ।

वो दोनों लड़के बहुत शरारती और नटखट थे । सभी लड़कियों के साथ बहुत हसी मजाक करते थे ।

अब शाम के 3 बजने वाले थे धीरे धीरे अंधेरा छाने लगा था । ओर टीचर्स की आंखों में डर साफ दिखने  लगा था ।। इस वक्त मंदिर का पुजारी आया और माताजी की पूजा की उस वक्त टीचर्स को एक उम्मीद की किरण दिखाई दी और वो पंडित जी को सारी बातें बताई ।।

पंडित जी ने कहा आज की रात बहुत भारी हे । हो सके तो माताजी के चरणों में ही सो जाओ और वो दो बच्चे की फिक्र मत करो में कुछ करता हु ऐसा बोलकर पंडित जी चले गए ।

पंडित जी ने गांव वालों को लड़के को ढूंढने के लिए भेजा । काफी ढूंढने के बाद भी नहीं मिलने पर सुबह तक इंतजार करना पड़ा ।। जैसी ही सुबह हुई मंदिर के पास ही दोनों लड़के बेहोश होकर पड़े थे ।। ए देख सभी गांव वाले ओर टीचर्स चौक गए लेकिन गांव वालों को पता चल गया कि ये किसका काम हे ।।

फिर दोनों बच्चों को रुम में ले गए और थोड़ी देर आराम करने के लिए कहा । थोड़ी देर बाद बंटी और  लक्की को होस आया फिर टीचर्स ने पूछा कि तुम सारी रात कहा थे और ये सब कैसे हुआ , तुम पूछे बिना कहा चले गए थे ऐसे सवालों का ढेर कर दिया ।।

फिर धीरे से बंटी ने बोला कि हमें रात को नींद नहीं आ रही थी इसीलिए थोड़ी देर चुपके से बहार बैठने के लिए चले गए थे । फिर लक्की बोला कि हम बहार बैठे थे तब अजीब सी आवाज सुनाई दी और दूर से एक लड़की को आते हुए देखा । हमे लगा कि वो रानी हे इसीलिए उसके पास जाने लगे जैसे जैसे हम उसके पास जा रहे थे वो दूर जा रही थी ।। फिर हमने सोचा कि आपको ( टीचर ) को बताते हे ऐसा सोचकर वापस आने लगे तभी बहुत चिल्ला ने की आवाज आने लगी हम डर गए और हम भागने लगे मगर भागते भागते कहा आ गए हमको कुछ पता नहीं चला और फिर हम बेहोश होकर वही गिर गए और सुबह यहां कैसे पहुंचे वो भी नहीं पता ।।

ये सब बाते सुनकर टीचर्स ने तुरंत जाने का फैसला लिया ।। ओर रवि सर की गाड़ी में जाने लगे रानी बंटी और लक्की पीछे की सीट पर बैठ गए और नीति मैडम आगे की सीट पर बैठी थी । इसी वक्त उसकी नजर अचानक से सीसे पर पड़ी जहां उसने देखा कि ये बंटी और लक्की नहीं हे और ये तो बहुत ही डरावना और अजीब सा चेहरा हे ।। ये देखकर नीति मेम बहुत डर गई और चिल्लाने लगी सर ने गाड़ी को साइट में लगाया और बच्चों को अंदर ही बैठने के लिए बोला ।

रवि ने नीति को गाड़ी में से बहार निकाला और साइट में ले जाके बात की नीति मेम ने सर को सब बताया फिर भी सर को यकीन नहीं हुआ इसलिए वो पानी की बॉटल लेने के बहाने गाड़ी में जाकर देखा तो सचमे बहुत भयानक सा चेहरा दिखा ।।

सर ने थोड़ी समझदारी दिखा कर गाड़ी में बैठ गए और सीधा उसी जगह मंदिर के पास आकर गाड़ी रोक दी ।। फिर अचानक से वो दोनों भागकर कही जाने लगे उसे रोकने की कोशिश की पर वो नहीं रुके ।।

रानी को ये सब बाते पता नहीं थी लेकिन टीचर्स  सब देख कर बहुत डर गए और वो लोग पंडित जिसे बात करने के लिए चले गए ।।

पंडित जी को गाड़ी में जो कुछ भी हुआ वो सब बताया फिर पंडित जीने कहा कि आप लोग बचना चाहते हो तो वहां से चले जाओ वरना मरना तय हे ।।

ये सुनकर वो सोच में पड़ गए कि ऐसा क्या हुआ हे जो पंडित जी हमको ऐसा बोल रहे हे ।। तभी पंडित जी ने कहा कि यहां से थोड़ी दूर एक घटादार पेड़ हे वहां एक चुडैल रहती हे जो सिर्फ लड़के को बुलाकर उस पेड़ से बांध देती हे । लगभग 600 से ज्यादा लड़के को उस चुडैल ने बांध दिया हे और वो ऐसा क्यू करती हे ये किसीको नहीं पता लेकिन सब लोग कहते हे कि वहा किसी की बहुत बेरहमी से हत्या हुई हे इसलिए उसकी आत्मा को शांति नहीं

मिली हे । आप उन दो बच्चों को बचाना चाहते हो तो उसकी आत्मा को शांति मिलना जरूरी हे ।।

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क्या टीचर्स इन दो बच्चों को छुड़वा पाएगी । ओर क्यों भटक रही हे आत्मा जानते हे आगे की कहानी ।।

टीचर्स ने काफी सोचने के बाद डिसाइड किया कि चाहे जो हो जाए हमे बच्चों को बचाना होगा ।

बच्चों को बचाने के लिए सबसे पहले ये जानना होगा कि आत्मा भटक क्यों रही हे ओर उसकी आत्मा को शांति कैसे दिलाए।

पहले तो गांव वालों को पूछा लेकिन किसी को नहीं पता कि यहां क्या हुआ था । उसको सिर्फ इतना मालूम था कि लड़कों को खींच ले जाती हे ओर पेड़ से बांध देती हे ।।

रवि ओर नीति ने काफी सोचने के बाद उस पेड़ के पास जाकर देखने का फैसला किया । रानी को वहा मंदिर में ही बैठने के लिए कहा लेकिन वो नहीं मानी ओर उसको भी साथ ले गए । दिन में एक बार गए थे लेकिन वहा उसे सब नॉर्मल लगा इसलिए वो रात के करीब ग्यारह बजे जाने के लिए निकल गए ।

वह पेड़ दिन में दिखा वैसा नहीं था पेड़ पर पत्तियां गायब हो गई थी और पेड़ पर बहुत सारे छेद थे और वो छेद में से धुवां निकल रहा था । ये सब देखकर टीचर्स ओर रानी डर गई लेकिन लक्की ओर बंटी को बचाना था इस लिए उसे नाम लेके पुकार ने लगे

( बंटी, लक्की, बंटी , लक्की )

अचानक से हवाएं तेज होने लगी और अजीबो गरीब आवाजें आने लगी इस लिए डर कर वो लोग वापस आ गए ।।

दूसरे दिन बहुत बड़े बाबा को बुलाया और सारी बातें बताई । बाबा ने कहा कि वो दोनों बहुत गुस्से में हे आपको अकेले ऐसे रात को नहीं जाना चाहिए था ।। उसकी आत्मा को ठेस पहुंची हे ।

टीचर्स ने कहा कि अब हम क्या करे बाबा । बाबा ने कहा  पहले उन आत्मा को शांत करना होगा । नीति मेम बोली वो कैसे । बाबा ने कहा फ़िरसे आप लोगों को वहा जाना होगा और वहां उसकी मनपसंद चीजें ओर माफी मांगनी पड़ेगी ।

ये सुनकर टीचर्स बहुत डर गए लेकिन क्या करे बच्चों को बचाने के लिए करना तो पड़ेगा ।।

ये तो मालूम था कि  जो आत्मा मरी होगी वो लड़कि थी इसलिए लड़की की जो पनपसंद चीज जैसे कि कपड़े ,मेकअप, जैसी चीजें लेकर जाने का फैसला किया ।

उसी रात टीचर्स वहां पेड़ के पास गए और माफी माग़कर वो सारी चीजें रखकर आ गए।

सुबह बाबा ने बताया कि अगर बच्चों को छुड़वाना हो तो पहले ये मालूम करना होगा कि ये लड़की मरी कैसे । ओर वो पता करने के लिए उसको यहां बुलाना ही होगा ।।

आज रात उसे बुलाने के लिए कोई एक लड़के को जैसे लक्की ओर बंटी गए थे वैसे भेजना होगा तभी ये यहां आएगी । काफी सोचने के बाद रवि सर जाने के लिए तैयार हो गए । रात में उसके हाथ ओर गले में मंत्र वाला धागा बांध दिया और पवित्र पानी गंगाजल साथमे ले जाने को कहा जिससे वो आत्मा उसे ले जा न सके ।

रवि करीब 11 बजे के आसपास उस तरफ जाने लगा और उसे भी धुआं धुआं नजर आया फिर एक बहुत खूबसूरत सी लड़की दिखाई दी । बाबा ने बताया था वैसे उस आत्मा का हाथ पकड़ना था वो अपने आप यहां खींची चली आएगी ।।

रवि ने पास जाकर उसका हाथ पकड़ लिया हाथ पकड़ने से आत्मा को कुछ होने लगा रवि ने बहुत हिम्मत ओर बहादुरी दिखाकर वो आत्मा का हाथ पकड़ लिया ।

हाथ पकड़ने से वो आत्मा गायब होकर बाबाजी के बनाए हुवे चक्र में आ गई जहां से निकलना नामुमकिन था  । रवि भी आ पहुंचा और देखा कि वो आत्मा बाबाजी के घेरे में थी । लेकिन ये आत्मा बहुत शक्तिशाली थी छूटने के लिए कुछभी कर सकती थी इसलिए बड़े बड़े दूसरे बाबाओ को भी बुलाकर रखा था ।।

उसकी आत्मा की शांति के लिए उसके साथ क्या हुआ था ए जानना जरूरी था ।

फिर काफी देर के बाद उस चुडैल ने अपनी कहानी बताई

काफी वर्ष पहले की बात हे । यहां एक छोटा सा गांव था जो बहुत नीची जात के लोग रहते थे । मेरा नाम मिनी हे । मेरे साथ मेरे मम्मी पापा ओर एक बहन हमारा परिवार था ।  हम मछली पकड़कर अपना जीवन गुजारते थे । अपना गांव इतना सुंदर था कि बड़े बड़े शहरों से यहां सब देखने के लिए आते थे । इसमें हमारा बहुत फायदा हो जाता था टूरिस्ट को पूरा गांव जंगल बीच ए सब दिखाओ और पैसे लेलो । एक दिन ऐसे ही एक बहुत बड़ी स्कूल के बच्चे घूमने के लिए आए थे । सभी को मैने  पूरा गांव ओर जंगल दिखाए और पेड़ पौधों की जानकारियां दी । वो काफी दिन रहने के लिए आए थे इसलिए मेरी  बहुत अच्छी दोस्ती हो गई । इनमें से 4 5 लड़के थे उससे मेरी बहुत गहरी दोस्ती हो गई । साथ में घूमने लगे । बहुत सारी मस्ती करते थे और सबसे छुपकर रात में घूमने भी निकल जाते थे । ये सब गांव वाले ने देखा कि हम  लड़के के साथ कैसे घूम फिर रही हे । इसलिए हमको खराब नजरों से सब देखने लगे । हमारे मम्मी पापा ने भी समझाया कि ऐसे लड़कों साथ नहीं घूमना चाहिए । हम उनको जानते नहीं हे ऐसा कहने लगे ओर मुझे वहां जाने से मना कर दिया ।  लेकिन मुझे पहली बार ऐसे दोस्त मिले थे जिसके साथ खुलकर बात करना , मस्ती करना , हसी मजाक करना मुझे बहुत मजा आ रहा था जैसे हमें एक नई जिंदगी मिल गई हो इसलिए हम रात में चुपके से दोस्तो को मिलने के लिए जाया करते थे और साथमे बहुत इंजॉय करते थे ।

वैसे ही दिन निकलते गए अगली सुबह वो लोग जाने वाले थे इसलिए हमको पूरी रात बैठकर बाते करने के लिए रुकने के लिए कहा ओर में मान भी गए । उस रात भी हमने बहुत सारी बातें की सेल्फी ली मस्ती करी फिर फोन में मूवी देखने लगे । लड़कों ने जान बुझकर गंदी फिल्म लगाई और हमे देखने के लिए कहा । हमे अजीब सा लगने लगा इसलिए हम वहां से उठकर जाने के लिए कहा लेकिन वो नहीं माने हमे जाने नहीं दिया और उन लोगों की नियत बिगड़ने लगी । उन लोगों ने पहले से ही प्लान बनाकर रखा था । में क्या करूं मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था और उन लोगों ने मुझे बारी बारी से नोच लिया ।  मेरी हालत बहुत खराब थी हम घर भी कैसे जाए और घरवालों को क्या कहेंगे कुछ समज नहीं आ रहा था और गांव वाले भी हमारे खिलाफ थे ।।

ये सब सोचकर में ने मरने का फैसला किया ।लेकिन मरने से पहले उन सबको भी मार दूंगी जिसने हमें मरने के लिए मजबूर कर दिया हे ।

ये सोचकर  उसी रात उसको मारने के लिए में चली गई  लेकिन में अकेली थी और वो लोग बहुत सारे में  उन लोगों को नहीं मार सकी और उन्होंने गुस्से में आकर मुझे चाकू से मार दिया । ओर यहां पेड़ के नीचे दफना दिया । वो लोग बहुत अमीर थे सभी गांव वालों को ये पता चल गया इसी लिए स्कूल का नाम बदनाम न हो  इसके लिए पूरा गांव जला दिया और उसको एक हादसा बता दिया ।।

उसी रात से मेरी आत्मा भटक रही हे इस गांव में हम उन लोगों को तो नहीं मार पाए लेकिन उसकी जैसी जो हरकत कर रहे हे उसको हम उस पेड़ से बांध देते हे क्योंकि हमें भगवान ने मारने का अधिकार नहीं दिया हे ।।

बाबाजी ने पूछा लेकिन इतने सारे मर्द पेड़ से बंधे कैसे रहते हे ओर हमे दिखाई क्यों नहीं देते ओर ये लोग जिंदा कैसे रहते हे बिना खाए पिए।।

तब चुडैल ने बताया कि हम सारे मर्द को एक ऐसी दुनिया में ले जाते हे जो नर्क से भी बत्तर हो जहां खाना पीना तो हो लेकिन वहा सिर्फ अधेरा ही अधेरा हो ओर इसी अंधेरे में उसका जीवन समाप्त हो जाता हे ।

लेकिन ये तो गलत बात हुई ना कि पूरी जिंदगी ऐसे अंधेरे में रखना । चुडैल ने कहा तो हमारी जैसी कही सारी लड़कियां 2 पल की खुशी के लिए नोची जाती हे ओर उसका पूरा जीवन ऐसे ही अंधेरे में बीत जाता हे, उसका तो उसी वक्त पूरा जीवन समाप्त हो जाता हे उसका क्या ।। ओर रही बात उस मर्द लोगो की तो उसको जब दिल छे पछतावा होता हे । ओर सारी गलतियां दुनिया के सामने रखने के लिए तैयार होता हे तो वो अपने आप आजाद हो जाते हे ।।

ये सब बाते सुनकर टीचर्स ने बोला कि यह बात हे तो हमारे दो बच्चे लक्की ओर बंटी की क्या गलती हे जो उसे अपने साथ ले गई ।

चुडैल ने हंसकर बोला ओर कहा कि ये बात हमसे क्यों पूछ रही हो आपके सामने जो बच्ची हे उसको पूछो ।।

ये सुनकर सब रानी की तरफ देखने लगे । फिर रानी ने पूरी सच्चाई बताई कि पहली रात हम सब बहार सोए थे तब में वॉशरुम जाने के लिए में बाहर गई थी आप लोग गहरी निंद में सोए थे इसलिए आपको उठाना उचित नहीं समझा ।

में जब वापस आई तो देखा कि बंटी और लक्की जाग रहे थे । उसने बोला कि चलो हमारे साथ कुछ दिखाना हे । ऐसा बोलकर मुझे पता नहीं अजीब सी जगह ले गए और मेरे सात गलत करने की कोशिश कर रहे थे । उस वक्त अजीब सी आवाज ओर धुआं धुआं हो गया तब आप आई थी आप बहुत गुस्से में थी इसलिए में कुछ बता नहीं पाई ।ओर बंटी लक्की दोनों भाग गए थे ।

( टीचर्स मन में सोचती हुई अगर वो दोनों भाग गए थे तो उनके पीछे कौन था......)

ओर अगली सुबह भी आप बहुत गुस्से में थी इसलिए में बता ने से डर गई थी । ओर बंटी & लक्की ने मेरी गंदी तस्वीरें पहले से खींच रखी थी जो मुझे पता नहीं था । ओर ये तस्वीरें दिखा कर मुझे किसी को न बताने की धमकी देते थे ।।

अब सब लोग सोचने लगे कि बंटी और लक्की के अब क्या करे इन लोगों ने गलत तो किया हे लेकिन वो अभी बच्चे हे । तभी  चुडैल ने कहा उसकी चिंता मत करो उसे में अभी यहां लाती हु अगर वो सच्चे मन से माफी मांगेगे तो वो आजाद हो जायेगे ।

लक्की ओर बंटी ने आकर सब गलतियां मान ली और सच्चे दिल से रानी से माफी मांगी और दोनों आजाद हो गए ।

अब सवाल था कि ये लड़की जिसकी आत्मा भटक तो रही थी लेकिन कितनी लड़कियां की इज्जत बचा रही थी । कितनी लड़कियां को जीवन दान दे रही थी । वो लड़की बोलीं कि हमें ऐसे ही भटकने दो हम अपनी जिंदगी तो बचा नहीं सके लेकिन दूसरी लड़कियों को हम बचा सकते हे ।

काफी सोचने के बाद बाबाजी बोले , नहीं बेटा तुम काफी सालों से भटक रहे हो । महादेव ने तुम्हे अब शांति और मुक्ति मिल जाए इसीलिए हमे भेजा हे । आज तक कितने बाबा कितने पंडित जो आपको शांति नहीं दे पाए इसलिए भोलेनाथ ने मुझे भेजा हे । ओर उन दरिंदो की तुम फिक्र न करो उन दरिंदो के लिए अब कानून आ चुका हे ।

आज के कानून में ऐसी ही नीची जाति के लिए बहुत सी सेवाएं उपलब्ध हे । उनके लिए अलग से कानून बनाया गया हे । ओर समाज में उच्च नीच सबको यानी कि गलत करने वाले को सजा जरूर मिलती हे ।

उसी वक्त पुलिस आती हे ओर बंटी और लक्की को थाने ले जाती हे । वो आत्मा को अब पता चल गया था कि ऐसे दरिंदो के लिए नई सरकार बन गई हे । ओर चाहे बड़े लोग हो या छोटे ऐसा जो करता हे उसको सजा मिलकर रहती हे  ।

फिर  आत्मा को मुक्ति दिलाने के लिए जो हवन पूजा करनी पड़ती हे वो सब करते हे ओर जो बाकी लोग पेड़ से बंधे हुवे थे और जो जिंदा थे सब अपनी गलतियां स्वीकार करके कानून ने जो सजा दी वो भुगत रहे हे ।।

।। हैप्पी एंडिंग ।।

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